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अंडा कच्चा, उबला या फ्राई  कैसे खाना चाहिए?


दोस्तों हममें से कई लोग अंडे का सेवन सिर्फ टेस्ट के लिए करते हैं इसलिए कुछ लोग इसे फ्राई करके खाते हैं तो कुछ लोग इसे उबालकर खाते हैं और कुछ लोग कच्चा अंडा ज्यादा शक्तिशाली समझकर ऐसे ही खा लेते हैं
लेकिन इनमें से कुछ लोग ऐसे होते हैं जो एक्सरसाइज करते हैं योगा करते हैं जो अंडे का सेवन वजन बढ़ाने या वजन घटाने के रूप में करते हैं क्योंकि इसके ठीक से इस्तेमाल करने से इसमें पाया जाने वाला हाई क्वालिटी प्रोटीन शरीर में गोश्त की मात्रा को बढ़ाता है साथ ही शरीर में बढ़ी हुई चर्बी को खत्म करने में भी मदद करता है

तो दोस्तों में आज आपको बताने जा रहा हूं कच्चे अंडे उबले अंडे फ्राई अंडे में क्या फर्क होता है हमें इनमें से अलग-अलग अंडे का सेवन किस वक्त करना चाहिए जिसे समझने के लिए दो बातों का जानना बहुत जरूरी है!

1. Egg Nuetriton: 

अंडे में पाया जाने वाला न्यूट्रिएंस यानी एक कच्चे अंडे में कौन-कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं और इसे पकाने के बाद उन पोषक तत्व की मात्रा बढ़ती है या घटती है

2. Egg Absorption:

कच्चे, उबले और फ्राइ अंडे को खाने के बाद इनमें कौन सा अंडा हमारे शरीर में ठीक तरह से पच पाता है और कौन सा हमें नुकसान पहुंचा सकता है क्योंकि कोई भी चीज जितनी भी अच्छी हो वह हमारे शरीर में पच नहीं पाती तो उसका सही फायदा हमारे शरीर को मिल ही नहीं पाता

3. अंडे में सबसे ज्यादा प्रोटीन और फैट की मात्रा ज्यादा होती है और अंडे के पीले वाले भाग को निकाल दिया जाए तो इसमें  फैट फ्री, कोलेस्ट्रोल फ्री व प्रोटीन भरपूर रहता है जो कि दुनिया का सबसे सस्ता और हाई क्वालिटी प्रोटीन होता है

4. लेकिन यहां दुनिया में कुछ लोगों को यह भी गलतफहमी है की कच्चे अंडे में ज्यादा प्रोटीन पाया जाता है उबले अंडे की अपेक्षा लेकिन यह बिल्कुल भी गलत है क्योंकि कच्चे अंडे में 6 ग्राम प्रोटीन होता है इसे उबालकर खाएं या फ्राई करके खाएं इनमें प्रोटीन की मात्रा ना घटती है ना बढ़ती है उतनी ही रहती है लकी फ्राई अंडे में फैट की मात्रा थोड़ा बढ़ जाती है जो कि Depend करता है आप उसे फ्राई करने के लिए कौन सा oil यूज कर रहे हैं और कितनी मात्रा में यूज कर रहे हैं

कच्चा अंडा, उबला अंडा या फ्राई शरीर में कौन जल्दी पचता है और कौन ज्यादा  फायदा करता है!


अब यहां एक सवाल और उठता है कि कच्चे अंडे और पके हुए अंडे में पोषक मात्रा बराबर होती है तो क्यों ना अंडा कच्चा ही खाया जाए जिससे उबालने और फ्राई करने में लगने वाला समय भी बच जाए
दोस्तों हमें यह जानना जरूरी है कि अंडे में जो सबसे बड़ी समस्या है वह है इसमें पाया जाने वाला बैक्टीरिया जिसका नाम है- Salmonella

यदि हम अंडे को कच्चा खाते हैं तो शरीर में फूड प्वाइजनिंग होने का खतरा ज्यादा रहता है जिससे पेट दर्द, लूज मोशन सिरदर्द, उल्टियां जैसी बीमारियां शुरू होने लगती हैं, बच्चे, बूढ़े और प्रेग्नेंट महिलाओं में यह लक्षण और भी जल्दी शुरू होने लगते हैं हालांकि सब लोगों के साथ ऐसा नहीं होता क्योंकि कुछ लोगों का ह्यूमन सिस्टम बहुत ही अच्छा होता है इसलिए उनका शरीर बैक्टीरिया को डिस्ट्रॉय कर देता है और व्यक्ति बैक्टीरिया के साइड इफेक्ट होने से बच जाता है लेकिन फिर भी यहां हमारे लिए समझना जरूरी है' कच्चा अंडा हर किसी के लिए बिल्कुल भी सेफ नहीं है

इतना ही नहीं कच्चे अंडे में पाए जाने वाला प्रोटीन हमारे पाचन तंत्र में 50% ही पच पाता है और  50%  वेस्ट हो जाता है

जबकि अंडे को फ्राई करके या उबालकर खाने से इसमें पाए जाने वाला 90 से 95% प्रोटीन पूरी तरह से पचता है और हाई टेंपरेचर पकाने से इसमें पाए जाने वाला salmonella बैक्टीरिया भी नष्ट हो जाता है

देखा जाए तो ओवरऑल यह बात समझ में आती है कि अंडा कच्चा हो या उबला या फ्राई उस में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं लेकिन कच्चा अंडा शरीर में जाने के बाद नुकसान पहुंचाता है इसलिए जरूरी है कि अंडे को उबालकर या फ्राई करके खाया जाए

और साथ ही साथ यह भी ध्यान रखें कि कि अंडे को किस वक्त इस्तेमाल करें क्योंकि उबले अंडे का सफेद वाला हिस्सा आपको pure प्रोटीन देता है इसलिए इसका उपयोग एक्सरसाइज करने से पहले या एक्सरसाइज करने के बाद सेवन करने से इसमें पाया जाने वाला प्रोटीन एक्सरसाइज के दौरान ब्रेकडाउन  कोई मसल्स को रिकवर करने के लिए  बहुत मदद करता है

अगर आप सुनाइए अंडे या उबले अंडे को पीले वाले भाग के साथ खाना चाहते हैं तो उसका सही समय यह है कि आप सुबह के नाश्ते वक्त इसका सेवन करें क्योंकि उस वक्त सही मात्रा में हमें अमीनो एसिड और भरपूर मात्रा में फैट मिल जाता है जिससे हमारे शरीर में ऊर्जा बनी रहती है!

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