ad

Haldi ki Chutney-

हल्दी विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के लिए एक प्राकृतिक Upchaar, यह प्राचीन काल से हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। खाद्य इतिहासकार द्वारा 'ए हिस्टोरिकल डिक्शनरी ऑफ इंडियन फूड' के अनुसार। आचार्य, "करकुमा लोंगा एक प्राचीन पीली प्रकंद है, जो संभवतः भारत की मूल निवासी है। इसमें एक आकर्षक नारंगी-पीला रंग और रंगाई की क्षमता है जिसने जल्द ही हल्दी की जड़ को भारत में जादू, अनुष्ठान और व्यंजनों में एक महत्वपूर्ण स्थान दिया।" इसके अलावा, यह आयुर्वेद द्वारा स्वास्थ्य लाभकारी गुणों का एक शक्तिशाली स्रोत होने के कारण है।



हल्दी सर्दियों के लिए: हल्दी के स्वास्थ्य लाभ (Benefit of Haldi):

हल्दी में करक्यूमिन होता है जो अपने Antioxident और विरोधी भड़काऊ गुणों के लिए जाना जाता है। ये कारक हमारे Body में मुक्त-कट्टरपंथी नुकसान और सूजन को रोकने में मदद करते हैं।

हल्दी में एंटीसेप्टिक, सर्दी, फ्लू और मौसमी बीमारियों के खिलाफ एंटी-फंगल प्रभाव भी है।

हल्दी एक गर्मी पैदा करने वाला मसाला है जो इष्टतम सेल कार्यप्रणाली को बढ़ावा देता है और प्रतिरक्षा प्रणाली का समर्थन करता है। यह आपको भीतर से गर्म भी रख सकता है।

आपकी चाय या दूध में एक चुटकी हल्दी (Haldi Ki Chutney) संयुक्त दर्द को कम करने में मदद कर सकती है।

हल्दी में शक्तिशाली Antioxident विषाक्त पदार्थों को तोड़कर यकृत को detoxify करने से महत्वपूर्ण एंजाइम का उत्पादन करने में मदद करते हैं।

हल्दी-दोध, हल्दी का पानी हमारे दैनिक आहार में हल्दी को शामिल करने का सबसे आम तरीका है, हम हल्दी की चटनी (Haldi ki chuney) की एक ऐसी रेसिपी लेकर आए हैं जो न kewal Apke भीतर से गर्म करती है, बल्कि सर्दी और फ्लू के दौरान वार्डों से भी दूर करती है। इस हल्दी की चटनी (Haldi Ki Chutney) में लहसुन भी शामिल होता है जिसे मौसम के दौरान प्रतिरक्षा (Immune System) को मजबूत करने के लिए श्रेय दिया जाता है। लहसुन के ऐसे और भी फायदे जानने के लिए यहां क्लिक करें


ये है हल्दी की चटनी बनाने की विधि: (Haldi Ki Chutney)

सामग्री:

6 कच्ची हल्दी की जड़ें


4-5 लहसुन लौंग



2 सूखी लाल मिर्च


आधा चम्मच कलौंजी



1 चम्मच तेल


स्वादानुसार नमक।



Haldi ki chutney ka तरीका:

चरण 1. हल्दी, लहसुन, लाल मिर्च, नमक और कलौंजी को चटनी वाले ब्लेंडर में पीस लें (Haldi ki chutney)। यदि आप पारंपरिक तरीके से जाना चाहते हैं, तो आप इसे मोर्टार मूसल में या पीसने वाले पत्थर के साथ पीस सकते हैं। पारंपरिक विधि चटनी में एक मिट्टी की बनावट और स्वाद जोड़ती है।


स्टेप 2. एक पैन में थोड़ा तेल डालें और हल्दी मिलाएँ। पानी की अधिकता सूखने तक मध्यम आंच पर पकाएं।



चरण 3. जब मिश्रण गाढ़ा और सूखा हो जाए, तो इसे एक कटोरे में स्थानांतरित करें और उबले हुए चावल या रोटी के साथ गर्म परोसें।



स्वाद बढ़ाने के लिए इस हल्दी की चटनी (Haldi Ki Chutney) को ताजा बनाएं और सबसे ज्यादा फायदा करें। हमें अब आप नीचे टिप्पणी अनुभाग में पसंद आया करते हैं। 



Post a Comment

Previous Post Next Post

ads3

ads2