ad

Ayurved आयुर्वेद के अनुसार हमारी दिनचर्या कैसी होनी चाहिए

आयुर्वेद के अनुसार सुबह 4:00 से 5:00 के बीच उठ जाना चाहिए यह उठने का सर्वश्रेष्ठ time होता है आयुर्वेद के अनुसार उठने के बाद आप अपने कमरे से बाहर निकले क्योंकि आपके फेफड़ों को प्रकृति की शुद्ध हवा बहुत जरूरत होती है इसलिए आप उठने के बाद सुबह-सुबह टहलने जरूर जाएं जिससे आपको प्रकृति की शुद्ध हवा मिल सके क्योंकि सुबह की जो हवा होती है उसमें काफी सारा ऑक्सीजन होता है जो हमारे शरीर में काफी सारी कमियों को पूरा कर देता है और सूर्योदय जो होता है अगर विज्ञान की मानें तो उसमें से हमें विटामिन D मिलता है विटामिन डी हमारे शरीर के लिए बहुत लाभकारी होता है और और सुबह की जो सूर्योदय वाली किरण होती है उससे हमारे शरीर की कई सारी बीमारियां दूर हो जाती है



सुबह उठने के बाद आप बाहर घूमने जरूर जाएं और जब बाहर घूम कर आ जाए तो एक गिलास गर्म पानी जरूर पिएं आयुर्वेद के अनुसार यदि आप बाहर घूम कर आए तो पानी का सेवन करें या फिर त्रिफला जल का सेवन जरूर करें इन दोनों में से आप किसी का भी सेवन कर सकते हैं उसके बाद आप मल का त्याग करें यानी फ्रेश होने जाए आयुर्वेद के अनुसार जब आप माल का त्याग कर लेते है यानी अंदरूनी सफाई कर लेते हैं तो दांतों व मुंह का सांप करना जरूरी हो जाता है आप नीम की दातून का इस्तेमाल करें आयुर्वेद में नीम के दातुन का इस्तेमाल किया गया है आप रात में नींद की डंडी को पानी में भिगोकर रख दें और सुबह यह मुलायम हो जाती है इससे आपको दातुन करना है या फिर आप अपने दांतों को ब्रश से भी साफ कर सकते हैं आयुर्वेद के अनुसार जब आप अपनी आंखों व चेहरे को भूलते हैं तो गुलाब जल का उपयोग कर सकते हैं ध्यान दें गुलाब जल में ग्लिसरीन नहीं मिलाना है बिना ग्लिसरीन का गुलाब जल आपको यूज़ करना है

आयुर्वेद के अनुसार जब आप नहा कर आते हैं तो आपको अपने शरीर की मालिश जरूर करनी चाहिए आप अपने शरीर में तिल का नारियल का या फिर सरसों का शुद्ध तेल से मालिश जरूर करें आयुर्वेद में लिखा गया है कि शरीर की मालिश करने से इसमें त्वचा से पोषक तत्व मिलते हैं जो हमारे शरीर को फायदा करते हैं और प्राकृतिक झुर्रियों से भी छुटकारा मिलता है

आयुर्वेद के अनुसार इसके बाद आपको योगासन करना चाहिए आप प्राणायाम या कपाल भारती वह जो भी योग होते हैं आप कर सकते हैं आयुर्वेद में लिखा गया है कि योग करने से शरीर में स्फूर्ति आती है शक्ति आती है अगर आप योग करती है तो किसी के निर्देशन में ही आपको योग करना चाहिए




इसके बाद आयुर्वेद में कहा गया है कि आप नाश्ता करें नाश्ता में जो प्रोटीन से भरपूर होता है उसका उपयोग करें आप दूध का भी उपयोग कर सकते हैं आयुर्वेद के अनुसार सुबह के नाश्ते के 4 से 5 घंटे के बाद भोजन की बारी आती है आयुर्वेद के अनुसार यह दिन का सबसे प्रमुख भोजन होता है आप नाश्ते के चार-पांच घंटे बाद जो भी भोजन करते हैं उस पर विशेष ध्यान दें आयुर्वेद के अनुसार दोपहर में आप जो भी पूजन करते हैं उसके चार से 5 मिनट बाद आपको टहलना जरूरी होता है और रात्रि का जो भोजन होता है वह आयुर्वेद के अनुसार 6:00 से 8:00 के बीच हो जाना चाहिए आयुर्वेद के अनुसार सोने के  ठीक 3 से 4 घंटे पहले रात्रि का भोजन कर लेना चाहिए यह शरीर के लिए सर्वश्रेष्ठ होता है अगर आप रात्रि में हल्का हो तेजी से पचने वाला भोजन करते हैं तो यह आपके लिए और भी लाभकारी होता है आयुर्वेद में लिखा गया है कि भोजन के उपरांत आपको 15 मिनट तक चलना जरूरी होता है आयुर्वेद के अनुसार आपको 10:00 से 11:00 के बीच सो जाना चाहिए और सुबह आपको 4:00 से 5:00 के बीच उठ जाना चाहिए



और जानकारी के लिए कमेंट करें धन्यवाद
 जय हिंद

Post a Comment

Previous Post Next Post

ads3

ads2